हमारा देश धार्मिक है और आस्थाओं के आगे यहां नियम-कानून कुछ नहीं चलते, जबकि विदेशों में प्रकृति से खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं है। प्राकृतिक स्वरूप को वहां संभालकर रखा जाता है। वहां हर पर्यटन स्थल पर पंजीयन अनिवार्य है, साथ ही उन्हें पर्यटन सूचना ...
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